Tuesday, August 9, 2011

SACHCHA MITRA KAUN?



 सच्चा मित्र कौन ?

आज के इस युग में दिन-प्रतिदिन चारो और भ्रस्टाचार और अराजकता व्याप्त होती जा रही है,ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह जानना जरुरी हो गया है की उसका सच्चा मित्र कौन है?वैसे प्रत्येक  व्यक्ति चारो और भीड़ जुटी रहती है जो हालात बिगड़ते ही गायब हो जाती है |विपत्ति में ही सच्चे मित्र की पहचान हो पाती है  सच्ची मित्रता की दुहाई देने वाले   अनेक मित्र मिलेगे |वास्तविकता क्या है यह गहरे पानी में उतरने पर ही पता चलता है| कवि रहीम जी ने भी ठीक ही कहा है की "बिपति कसौटी जे कसे ते ही साचे मीत"| अर्थात मुसीबत में साथ निभाने वाला ही सच्चा मित्र है|
  सच्ची मित्रता ह्रदय से जन्म लेती है और ह्रदय ही उसे महसूस कर सकता है,उसमे उंच-नीच,अमीर-गरीब,अपना-पराया जैसा कोई भी बंधन नहीं होता| ऐसी मित्रता समय और स्थान की सीमओं में बंधी नहीं होती| समय आने पर यह भरपूर साथ निभाती  है और  एक अविस्मरनीयउदहारण बनकर समस्त सांसारिक सीमाओं को लांघकर अमर हो जाती है| हर ह्रदय में ऐसी मित्रता के प्रति एक ललक रहती है,पर यह मित्रता त्याग,समर्पण,सख्य,सहयोग,सच्चाई और निह्स्वर्थाता मांगती है|

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