परनाम आ जय भोजपुरी !
धनिया बनबे हम किसनवा,
तू किसानी बनिहा ना!
जोतबे हलवा इंदर बनके,
तू इंद्राणी बनिहा ना !
जोत-कोड के खदिया डालब,
पनिया तू बरसइहा ना!
सुबहे उठ के खेतवां रोज जयिबे,
तू कलेवा लाइहा ना!
खेतवा में जब फसल लहराई,
पवन चली जब पुरवाई !
तोहरा देह मे सिहरन जब उथिहेन,
ळेबे चूमि होंठ-कलाई !
करिहा खेत मे जाके तू कटनिया,
हम धोवनिया करबे ना!
अन्न रतन से घर भर जयिहेन,
बहिए गोरस धारा !
देख के आँगन लयिका खेलत,
मनवा मारे हिलारा !
बनबे तोहार हम सोहाग,
तू सुहागिन बनिहा ना !
धनिया बनबे हम किसनवा,
तू किसानी बनिहा ना !

No comments:
Post a Comment