माननीय वित्त मंत्री जी ने सदन को बताया कि विश्वस्तर पर दाल का उत्पादन कम हुआ है इसलिए दाल की कीमतें बढ़ी हैं। चलिए मान लेते हैं आपकी बात। विश्वस्तर पर क्रूड आयल की कीमतें बहुत कम हो गयीं लेकिन आपने उसका पूरा लाभ नहीं दिया जनता को। आपने एक्साइज ड्यूटी बढ़ा कर अपना खज़ाना भरना शुरू कर दिया। अगर इसी खजाने से दाल पर कुछ सब्सिडी दे दें तो गरीबों की दाल रोटी चल जायेगी। लेकिन आप ऐसा नहीं करेंगे बल्कि कल अगर दाल की कीमत कम भी हो गयी तो आप उस पर भी एक्साइज ड्यूटी लगा कर वर्तमान मूल्य पर स्थिर कर देंगे क्योंकि तब तक लोगों की नए दाम की आदत हो जायेगी।कुछ लोग दाल का स्वाद भी भूल चुके होंगे। सत्य है कि विकास के लिए अगर पेट का बलिदान भी करना पड़े तो यह राष्ट्रधर्म है। राष्ट्र पर घोर संकट है ऐसे में राष्ट्रविरोधियों द्वारा दाल खाने की बात करना सरकार को अस्थिर करने और राष्ट्र की गरिमा को जानबूझ कर क्षति पँहुचाने का षड्यंत्र है। आप इससे निबटने में लिए तैयार हैं। हो सकता है कल दाल की बात करने वालों को राष्ट्र रक्षक दौड़ा कर पीटना शुरू कर दें।
मैं अभी से अपनी सुरक्षा कर लेता हूँ। भारत माता की जय।।
मैं अभी से अपनी सुरक्षा कर लेता हूँ। भारत माता की जय।।

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