Friday, February 17, 2012

चले जाओ बेशक!

चले जाओ बेशक जिंदगी से पर,
इस दिलसे किस तरह जाओगे!
आएगी जब-जब भी मेरी याद, 
सोचकर  सिर्फ आंसू ही बहाओगे !
चाहोगे मुझसे मिलना हर बार, 
पर कभी मिल नहीं पाओगे !
पूछेगे जबभी मेरे बारे में लोग, 
सिर्फ गलती ही मेरी बताओगे !
होंगे तुम्हारी महफ़िल में कई लोग, 
पर मेरे बिना खुद को तनहा  पाओगे! 
सोचोगे जब भी मेरे बारे में कभी,
लगता तो नहीं पर शायद पछताओगे! 
माना के मिल जायेगे कई लोग,
पर 'दीवाना मुझसा नहीं'  पाओगे !



4 comments:

  1. Replies
    1. सादर आभार। ऐसे ही अपनी प्रतिक्रिया देते रहेँगेँ ऐसी अपेक्षा है ।

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