मुमकिन है सफर हो आंसा आ साथ चलकर देखेँ।
कुछ तुम भी बदलकर देखो कुछ हम भी बदलकर देखेँ।।
Saturday, December 26, 2015
मुस्कराते पल
वो दोस्तों की महफिल , वो मुस्कराते पल , दिल से जुदा नहीं अपना बीता हुआ कल, कभी जिंदगी गुजरती थी , वक्त बिताने में , आज वक्त गुजरता है जिन्दगी बिताने में ....
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