उसकी बातो का मन को छू जाना
उसके आने से लम्हों का थम जाना
और अचानक ही उस अजनबी का अपना सा बन जाना
मेरी बातो पर उसका हौले से मुस्कुरा जाना
मेरी नादानियो पर उसका मेरे गालों को थपथपा जाना
और आशुओ के गिरने के पहले ही उसकी हथेलियों का बढ़ जाना
मेरी तस्वीर को उसका एकटक निहारना
अकेले में कुछ सोचकर यू ही मुस्कुरा जाना
और समझाने पर भी बार बार गलतियाँ करते जाना
मेरी नाराज़गी पर उसका एकदम से घबरा जाना
प्यार से उसके आँखों का भर जाना
और चुपचाप मेरे नाम पर ज़िन्दगी को जीते जाना
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