Wednesday, January 5, 2011

आखिर ये हो क्या रहा है ?

एक तरफ उ०प्र० में जहाँ चुनावी बिगुल बज चुका है और चुनावी बिसात बिछ चुकी है और चुनावी सरगर्मी
दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है वही बसपा सरकार अपने मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाते  जा रही है | अब उन मंत्रियों को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया जा रहा है और मजेदार बात  ये है कि ये वही माननीय है 
जो सरकार के हमराह थे |सवाल ये है कि आखिर अब से पहले इन पर ये भ्रष्टाचार सिद्ध क्यों नहीं हुए ?और अब तो इन दागी मंत्रियों को मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा न सिर्फ गले लगा रही है बल्कि उन्हें टिकेट भी दे
रही है | ऐसे में यह बात समझ में नही आ रही है कि आखिर भाजपा बाबुराम कुशवाहा जिन पर चार्ज
शीट लगी हैजैसे लोगों पर लगे कीचड़ को जानबूझ कर अपने ऊपर क्यों उड़ेल रही है ? क्या उसके पास
जिताऊ और कद्दावर नेताओं की कमी है?या वह केवल इन महामहिमो के बल पर सिर्फ सीट जीतकर
अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहती है ?